संघात्मक कार्यवाहियों और अन्य श्रमिक कार्यवाहियों, कार्यक्रमों में दिन-प्रतिदिन वृद्धि के कारण ` औद्योगिक संबन्ध अधिकारी ', श्रम कल्याण अधिकारी, श्रम अधिकारी, कल्याण अधिकारी आदि की नियुक्तियां की जाने लगीं।
3.
मानव संसाधन प्रबंध के अन्तर्गत विभिन्न पारिभाषिक शब्दों का प्रयोग स्वतन्त्र रूप से अथवा स्थानापन्न शब्द के रूप में किया जाता है, उदाहरणार्थ-सेविवर्गीय या स्टॉंफ प्रबंध, श्रम प्रबंध, कर्मचारी प्रबंध, जनशक्ति प्रबंध, औद्योगिक संबन्ध, सेविवर्गीय प्रशासन आदि।
4.
यह उल्लेखनीय है कि प्रणाली का कल्याणकारी कार्यो के लिए न होकर परिवाद निवारण तथा भर्ती की प्रणाली को व्यवस्थित करने हेतु हु आ.................. । औद्योगिक संबन्ध अधिकारी के रूप में उनका मुख्य कार्य परिवाद निवारण प्रक्रिया में भाग लेना तथा विवाद की रोकथाम की चेष्टा करना था।